*सुनहरे पल*
16/11/2020
*अध्यक्षजी, महामंत्रीजी एवं सभी ट्रस्टी गण - श्री श्रावक संघ, राजाजी नगर बेंगलोर. प्रोफेसर सुरेखा प्रकाशजी कटारिया का नमन वंदन*
नमो लोये नमोलोऐ सव्व साहूनम:
सभी गुरुवर्य को नमन वंदन सुधर्मा के पाठे पर विराज परम पूज्य भोले बाबा पंकज मुनी जी महाराज साहेब डॉक्टर वरून मुनीची महाराज साहेब साधना कराने वाले परमपूज्य रुपेश मुनीजी महाराज साहेब प्रखर व्याख्याता वाणीभूषण परमपूज्य डॉक्टर वरून मुनीजी महाराज साहेब आधी के चरणो मे त्रिवार वंदना...!
*भ्रम हमेशा रिश्तों को बिखेरता है...*
*प्रेमसे तो अजनबी भी बंध जाते है.!!*
यादे संभाल के रखना बिलकुल सहज होत है।लेकिन उस पल को,लम्हे को सुनेहरी यादव मे संभाल के रखना बहुत ही आनंददायी होता है।
श्रावक संघ ने गुरुवर्य का चातुर्मास लाया और श्रावक श्राविका ने उसका लाभ उठाना ये सुरुवात लाभ उठाते उठाते खुद मे परिवर्तन करना ये हमारी अध्यात्मिक प्रगती और ये प्रगती करते हमारे जीवन का ग्राफ शिखर पर जाने हैतू कार्य करके अनेकों के जीवन को परिवर्तित करने का कार्य गुरुदेव आपने किया ।इस चातुर्मास का यश...!
हमने परिवार में देखा है हमारे पॉकेट मनी का वेट जब जब बढता जाता है तब तक हमारे रिश्ते मे प्यार पणापना कम हो जाता है। ओ प्यार हर एक के दिल में उमडाने हेतू *उत्तराध्ययन सूत्र के छब्बीसावा अध्याय मे भगवान महावीर स्वामी ने बताई समाचारी हर एक घर मे आयेगी ऐसा हमे लगता है।* हमे चतुर्थ वेद का अर्थ नही समझा तो भी चलेगा लेकिन *इमानदारी, जबाबदारी, समजदारी और प्रामाणिकता समजना, समज के जीवन मे उतराना महत्वपूर्ण है*
ये आप सभी ने किया है चातुर्मास की चार महिने मेहनत लेने वाली हमारी महिला है। महिला मंडळ उसी प्रकार श्रावक संघ,युवा मंडळ, युवती मंडळ इन्होने बडा योगदान दिया।
आज चातुर्मास समाप्ती इस चातुर्मास मे हमे सेवा देने का मोका मिला और राजाजी नगर श्रावक संघाने सन्मानित किया। *हमारे साहित्य की रुची रखते हुए आपने हमारे लेखनी को, माँ सरस्वती को सन्मानित किया है।गुरु भगवंतोने और श्रावक संघाने हमारे लिए और भी काम करने की प्रेरणा दि है। हम काम करते थे, काम करेंगे और काम करते ही रहेंगे। दिल से हम हार्दिक अभिनंदन एवम ऋणनिर्देश व्यक्त करते है।*
आपकी कृपाभिलाशी
प्रोफेसर सुरेखा प्रकाशजी कटारिया महाराष्ट्र,पुणे, चिंचवड.